भिवानी।
ई टेंडरिंग को लेकर हरियाणा में सरपंचों व सरकार के बीच लड़ाई जारी है। सीएम द्वारा सरपंच के कार्यों की लिमिट 5 लाख करने और वेतन बढ़ाने के ऐलान के बाद भी वे 17 मार्च को विधानसभा के घेराव पर अड़े हैं। सरपंचों ने तो यहां तक कह दिया है कि अब वे कफ़न बांध कर चंडीगढ़ के लिए कूच करेंगे। सरकार लाठी मारे या गोली, वो अपनी मांग मनवाने के बाद ही वापस लौटेंगे।
कालंवास गांव के सरपंच और सरपंच एसोसिएशन के ज़िला प्रधान आशीष बेनीवाल ने बताया कि सरकार ने पंचकूला में सरपंचों का जैसा स्वागत (लाठीचार्ज) किया, वैसा ही चुनावों में भाजपा व जजपा के नेताओं का किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ई टेंडरिंग की सीमा व सरपंचों का जो मानदेय सीएम ने बढ़ाया है, वो उनकी मांग नहीं थी। सरकार चाहे तो मानदेय ख़त्म कर दे, पर साथ में ई टेंडरिंग को ख़त्म करे।
साल भर में 25 लाख रुपए से सरपंच गांव का विकास नहीं करवा सकता। सरपंच आशीष ने बताया कि सभी सरपंच व पंच पहले से ज़्यादा संख्या में चंडीगढ़ विधानसभा का घेराव करने जाएंगे। उन्होंने साफ़ चेतावनी दी कि इस बार सरकार लाठी मारे या गोली, वो कफ़न बांध कर जाएंगे। सरपंच आशीष बेनीवाल ने बताया सरकार जिस ई टेंडरिंग को सही बता रही है, तो 3 महीने बीत जाने के बाद भी एक भी काम शुरू क्यों नहीं हुआ। जबकी सरकार का दावा था कि ई टेंडरिंग से हर काम एक सप्ताह में शुरू होगा। उन्होंने कहा कि सरपंच ठेकेदार से अच्छा व कम रेट में काम करवा सकते हैं।
अपने आस-पास की खबरे देखने के लिए हमारा youtube चैनल Subscribe करेSubscribe करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे https://www.youtube.com/bhiwanihulchal