हरियाणा का गौरव है पशुधन, पूरी दुनिया में मिलता है सम्मान-धनखड़

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हरियाणा का गौरव है पशुधन, पूरी दुनिया में मिलता है सम्मान-धनखड़
पशुधन विकास प्रदर्शनी के दूसरे दिन आज मेले में भारी भीड़ उमड़ी
भिवानी, 26 फरवरी। हरियाणा के पशुधन का लोहा पूरी दुनिया मानती है। पशुपालक अच्छी नस्ल की गाय, भैंस, सांड, झोटे तैयार कर प्रदेश को दूध उत्पादन के साथ-साथ आर्थिक तौर पर समृद्घ बना सकते हैं। हमारे किसान मेहनती तो हैं ही, साथ में अपने उत्पाद को बेचना और नई-नई तकनीक सीख लें तो विकसित देशों को पीछे छोड़ सकते हैं।
38 वीं राज्य स्तरीय पशुधन प्रदर्शनी को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने आज ये शब्द कहे। उन्होंने कहा कि ब्राजील जैसे देश आज अपनी अर्थव्यवस्था को गौधन के दम पर चला रहे हैं। उन्होंने स्वयं ब्राजील में नंदी का राजकीय सम्मान देखा है। वहां के राष्टï्रपति ने बताया था कि ये नंदी आपकी हरियाणा नस्ल का ही है। ब्राजील में बीस करोड़ गाय और बैल हैं, इनमें से 17 करोड़ हरियाणा की देसी नस्ल के हैं। हमारे प्रदेश के किसानों ने देसी गाय को छोड़, अमरीकन नस्ल को अपनाया, जिसका दूध तो ज्यादा है, लेकिन किसी काम का नहीं। आज यह अच्छी बात है कि पशुपालन विभाग ने फिर से देसी गाय को प्रोत्साहन देना शुरू किया है। हरियाणा में गौ संरक्षण व गौ संवर्धन कानून इसी सरकार ने लागू किया था। हमारी मुर्राह नस्ल को काला सोना माना जाता है।
ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इजराइल देश से हम राष्टï्रभक्ति के साथ अपने उपलब्ध संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करना सीख सकते हैं। इजराइल रेतीला इलाका होते हुए भी दूध और कृषि उत्पादन में रिकार्ड बना रहा है। वहां की गाय तीस किलो दूध देती है, जबकि हमारी देसी गाय का दूध नौ किलो के आसपास ही है। गाय की नस्ल सुधार करने के लिए अच्छे बैल हमें तैयार करने होंगे। यह कार्य हमारे प्रदेश के पशु वैज्ञानिक, चौ. चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय और लुवास विश्वविद्यालय जैसे संस्थान भी कर रहे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पशुधन बीमा दोबारा से शुरू किए जाने पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि हरियाणा जिस दिन दूध उत्पादन में नंबर वन होगा, वह उनके लिए बेहद खुशी का दिन होगा। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री के तौर पर उन्होंने गांव बहु अकबरपुर से जिस मेले की शुरूआत की थी, उसे वर्तमान मंत्री जेपी दलाल ने आगे बढ़ाकर पशुधन के विकास में सराहनीय कदम उठाया है।
प्रदेश के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने पशुधन प्रदर्शनी में कहा कि एफपीओ बनाकर किसान मिलकर अपने खेत और जोत की अच्छी पैदावार ले सकते हैं। किसानों को पानी की उपयोगिता के लिए ड्रिप इरीगेशन सिस्टम का अधिक से अधिक प्रयोग करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने नहरी पानी के मामले में सभी हलकों को बराबर बंटवारा दिया है। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा के गांवों में बिजली की कोई कमी नहीं है। पशुपालन व्यवसाय से प्रदेश की गरीबी को खत्म किया जा सकता है।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा में सौ रूपए का शुल्क जमाकर कोई भी किसान अपने पालतू पशु का बीमा करवा सकता है। प्रदेश में पहले साढे छ: लाख पशुओं का बीमा किया गया था, जो कि देश में सर्वाधिक था। अब की बार विभाग को चार लाख पशुओं का बीमा करवाने का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने कहा कि झींगा पालन करना आज बेहतरीन व्यवसाय बनता जा रहा है। उन्होंने अगले साल में दो हजार युवाओं को झींगा पालन से जोडऩे का टारगेट निर्धारित किया है। उन्होंने आज फिर से दूध उत्पादन में हरियाणा को नंबर वन बनाने का संकल्प दोहराया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने मेले में आए किसानों के कूपन ड्रा निकाल कर बुलेट मोटरसाईकिल, दूध निकालने की मशीन आदि उपहार विजेताओं को भेंट किए। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव बाल्याण की धर्मपत्नी सुनीता बाल्याण, इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप, पशुपालन विभाग के प्रधान सचिव पंकज अग्रवाल, पशुधन विकास बोर्ड के प्रबंध निदेशक डा. एसके बागोरिया, पशुपालन विभाग के महानिदेशक डा. बीएस लौरा, पूर्व विधायक शशिरंजन परमार, नगरपरिषद चेयरमैन रणसिंह यादव, भाजपा जिला अध्यक्ष शंकर धूपड़, जेजेपी जिलाध्यक्ष विजय गोठड़ा, वीरेंद्र कौशिक, मीना परमार इत्यादि उपस्थित रहे।
मेले के दूसरे दिन आज भारी-भीड़ देखने को मिली। मेले में लोक कलाकारों के गीत-संगीत के साथ पशुओं की विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।