पीपली।
हरियाणा में कुरूक्षेत्र के सेक्टर-2 स्थित देवीलाल पार्क में मंगलवार (5 नवंबर) को संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से किसान पंचायत हुई। पंचायत में हरियाणा की कई किसान यूनियनें शामिल हुईं। पंचायत में मांग की गई कि किसानों पर दर्ज मुकदमे, रेड एंट्री वापस ली जाए। वहीं, पराली जलाने, बीज और DAP खाद की कमी को दूर किया जाए।
इसके बाद किसान मुख्यमंत्री नायब सैनी को अपनी मांगें बताने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। यहां पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर किसानों को रोक लिया। किसान बीच सड़क ही धरने पर बैठ गए। किसानों ने कहा कि हमारा आंदोलन शांतिप्रिय है। हम बैरिकेड नहीं तोड़ेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस और दूसरे राजनीतिक दल किसान आंदोलन का फायदा नहीं उठा पाए। पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) ने किसानों के बनाए हुए माहौल का फायदा उठाया था।
किसान नेता बोले- गेहूं की बुआई में हो रही देरी
किसान नेता रतन मान ने कहा कि गेहूं की बुआई शुरू हो गई है, लेकिन सरकार ने DAP खाद के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं की। सरकार को सीजन से पहले ही सारी व्यवस्थाएं कर लेनी चाहिए थीं। DAP खाद लेने के लिए लोग दो-दो दिन से लाइन में खड़े हैं। इसके बावजूद कई किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है।
इसके कारण किसानों को गेहूं की बुआई में देरी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार पराली जलाने वाले किसानों पर केस दर्ज कर जुर्माना भी लगा रही है। यह सरकार की नाकामी है। सरकार ने पराली प्रबंधन के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं किए। प्रबंधन के अभाव में लोग पराली जला रहे हैं।
दर्शनपाल सिंह बोले- दोबारा आंदोलन खड़ा होगा
किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि दिल्ली आंदोलन के बाद किसानों को ताकत मिली है। संयुक्त किसान मोर्चा मिलकर लड़ रहा है। पराली, MSP, कर्जा मुक्ति, जमीन समेत हमारी कई मांगें हैं। उसके लिए हमारी लड़ाई जारी है। पूरे देश के किसान हरियाणा और पंजाब के किसानों की तरफ देख रहे हैं। उन्हें यह पता है कि ये लोग आगे आएंगे और किसानों और मजदूरों की लड़ाई लड़ेंगे। हम लगातार सरकार को अपनी मांगें बता रहे हैं। दोबारा आंदोलन खड़ा होगा।
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