New Highway : देश में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के नेतृत्व में नेटवर्क विकसित हो रहा है। केंद्र सरकार की इस नई योजना के तहत सिरसा से चूरू तक के एक नए हाईवे का निर्माण हो रहा है। इस परियोजना के तहत सिरसा से नोहर, तारानगर होते हुए चूरू तक सफर आसान हो जाएगा। इस हाईवे के निर्माण से क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, खासकर उन लोगों को जो सिरसा, चूरू, नोहर और तारानगर से होते हुए जयपुर या दिल्ली का सफर करते हैं।
हाईवे बनने के बाद इन शहरों के बीच आवागमन काफी आसान हो जाएगा। यह सड़क करीब 34 किलोमीटर लंबी होगी और इसकी लंबाई का निर्धारण सर्वे के बाद किया जाएगा।
हाईवे का महत्त्व और इसकी योजना
यह हाईवे सिरसा-नोहर से चूरू तक राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में विकसित होगा। सिरसा से नोहर, तारानगर होते हुए चूरू तक इस मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रा में लगने वाला समय घटेगा और वाहनों की गति में सुधार होगा।
इसके निर्माण की योजना पिछले वर्ष मई-जून में प्रस्तावित की गई थी, जिसके लिए एक निजी कंपनी सर्वे कर रही है। इस हाईवे के बनने से इस क्षेत्र में बस सेवाओं में भी वृद्धि होने की उम्मीद है। निजी फर्म की सर्वे रिपोर्ट को संबंधित विभाग के पास भेजा जाएगा, जिसके बाद रिपोर्ट राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय को सौंपी जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा।
यात्रा में होगा समय की बचत
हाईवे बनने से चूरू, नोहर, तारानगर, सिरसा और आसपास के इलाकों के लोगों को यातायात में सुधार का बड़ा फायदा मिलेगा। यह हाईवे 15 फीट चौड़ा होगा और आगे इसे 2 लेन से 4 लेन तक विस्तारित करने की योजना है। इसके जरिए सिरसा, नोहर, तारानगर और चूरू से जुड़ने वाले वाहन चालकों को समय की बचत होगी।
इससे सिरसा से चूरू और जयपुर होते हुए दिल्ली तक की यात्रा भी काफी सुविधाजनक हो जाएगी। सिरसा-चूरू मार्ग के निर्माण के बाद हनुमानगढ़ जिले को भी इससे फायदा होगा, क्योंकि यह सिरसा-नोहर-तारानगर से चूरू होते हुए पंजाब और दिल्ली की ओर जाने वाली मुख्य सड़क होगी। इस मार्ग के बनने से ना सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक प्रगति में भी तेजी आएगी।
परियोजना की लागत और निर्माण की प्रक्रिया
इस हाईवे के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया और अन्य व्यवस्थाओं का काम शुरू हो चुका है। स्थानीय लोगों के साथ भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में जुड़े लोगों का मानना है कि इसके निर्माण से हज़ारों वाहनों को राहत मिलेगी, खासकर उन वाहन चालकों को जो सिरसा से चूरू या जयपुर की ओर यात्रा करते हैं। राजमार्ग मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, हाईवे के बनने से व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। यह सड़क ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क को बेहतर करेगी और वहां की अर्थव्यवस्था में भी योगदान देगी।
आगे की योजना
इस नए हाईवे के निर्माण के बाद चूरू से जयपुर, दिल्ली, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और सूरतगढ़ जैसे महत्वपूर्ण शहरों तक सीधा और सुगम संपर्क स्थापित हो जाएगा।
इस परियोजना के तहत इलाके के निजी और सरकारी बस ऑपरेटरों की सेवाओं में भी वृद्धि की योजना है, जिससे क्षेत्र के लोग कम समय में यात्रा कर सकेंगे। हाईवे के इस निर्माण से क्षेत्र में पर्यटन और व्यापारिक गतिविधियों में भी वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। चूरू और आसपास के इलाकों के लोग इस नई सड़क परियोजना का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि इससे उनकी यात्रा सुविधाजनक और तेज हो जाएगी।