चंडीगढ़।
CM मनोहर लाल का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट वायरल होने के मामले में हरियाणा ने उत्तर प्रदेश (UP) सरकार से अपनी नाराजगी जताई है, जिसके बाद पूरे मामले की जांच यूपी के मुख्य सचिव स्तर से शुरू की गई है। आनन फानन में सीएम के फर्जी डेथ सर्टिफिकेट का लिंक भी आधिकारिक वेबसाइट से डिलीट कर दिया गया है।
यूपी ने जताई बड़े गिरोह की आशंका
इस पूरे मामले में उत्तर प्रदेश की ओर से बड़े गिरोह के शामिल होने की आशंका जताई है। कहा गया है कि इस मामले से यह स्पष्ट होता है कि साइबर ठग सरकारी वेबसाइटों के आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। इसके बाद यूपी के साथ ही हरियाणा की साइबर सेल की टीमें जांच में जुट गई हैं। जल्द ही इस मामले के दोषी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
डेथ सर्टिफिकेट में हरियाणा का पता
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के वायरल हुए डेथ सर्टिफिकेट में पता भी हरियाणा के मुख्यमंत्री निवास का है। इसमें दावा किया गया है कि यह डेथ सर्टिफिकेट उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से जारी हुआ है। वेबसाइट पर अपलोड किए प्रमाण पत्र में मनोहर लाल खट्टर पुत्र हरबंश लाल के नाम से 2 फरवरी 2023 को जारी किया गया है। इसमें मृत्यु पांच मई, 2022 बताई गई है।
प्राथमिक जांच में नहीं मिला PHC
खास बात यह है कि इस डेथ सर्टिफिकेट पर प्राइमरी हेल्थ सेंटर (PHC) पन्नूगंज उर्फ शाहगंज के रजिस्ट्रार (जन्म एवं मृत्यु) की मुहर लगी है। प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि शाहगंज में एक PHC जरूर है, लेकिन वहां से लंबे समय से कोई डेथ सर्टिफिकेट जारी ही नहीं किया गया है। सोनभद्र प्रशासन इस मामले में केस दर्ज करवाने की तैयारी कर रहा है।
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