भिवानी :
रक्तदान महादान होता है।रक्त की अहमियत का पता तब चलता है जब कोई व्यक्ति रक्त की कमी से जूझ रहा हो।रक्त ही एकमात्र ऐसा पदार्थ है जिसका निर्माण किसी फैक्ट्री में नहीं हो सकता। इसलिए हमें रक्तदान करते रहना चाहिए। इसी कड़ी में आज भिवानी के निजी अस्पताल में दाखिल छोटे बच्चे के लिए चार यूनिट बी पोजटिव फ्रेश ब्लड की जरूरत पड़ी तो रक्तवीर राजेश डुडेजा की सूचना मिलते ही सुरेंद्र चौधरी राहुल .कमलजीत .रामभगत ने रक्तदान कर बच्चे की जान बचाई। इस अवसर पर रक्तवीर राजेश डुडेजा ने बताया की रक्तदान किसी के लिए भी बेहद सामान्य बात हो सकती है लेकिन जरूरतमंद के लिए यह जिन्दगी और मौत का सवाल होता है।
रक्त की जरूरत कभी भी किसी को भी पड़ सकती है। इस बारे में रक्तवीर राजेश डुडेजा ने बताया कि इसमें कोई दो राय नहीं कि रक्त का कोई दूसरा विकल्प नहीं है यानि यह किसी फैक्टरी में नहीं बनता और ना ही इंसान को जानवर का खून दिया जा सकता है। यानि रक्त बहुत ज्यादा अनमोल है। रक्त की मांग दिनों-दिन बढ़ती जा रही है, परंतु रक़्तदान के प्रति जागरुकता कम होने की वजह से लोग रक़्तदान करने से हिचकिचाते हैं। इस अवसर पर रक्तवीर राजेश डुडेजा ने चारो का आभार व्यक्त किया.इस अवसर पर डॉ मंदीप पंघाल ,लैब टेक्नीशियन राहुल तंवर ,नरेंद्र उपस्थित थे।
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