मेरा पानी मेरी विरासत पोर्टल पर पंजीकरण 25 जून तक : जेपी दलाल

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फसल विविधिकरण के तहत दो लाख एकड़ भूमि का लक्ष्य निर्धारित
मेरा पानी मेरी विरासत योजना पुरे प्रदेश में लागू
भिवानी हलचल 03 जून।

कृषि विभाग द्वारा शुरू कि गई फसल विविधिकरण योजना ’मेरा पानी मेरी विरासत’ के तहत पोर्टल पर पंजीकरण किया जा रहा है। संबंधित किसान प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए 25 जून तक पंजीकरण करवा सकते हैं।
यह जानकारी देते हुए कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में गिरते भू-जल स्तर के दृष्टिगत फसल विविधिकरण योजना ’मेरा पानी मेरी विरासत’ लागू की गई हैं। विभाग द्वारा गत वर्ष इस योजना को लागू किया गया था। मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत गत वर्ष के दौरान प्रदेश में लगभग एक लाख एकड़ धान की फसल का वैकल्पिक फसलों द्वारा विविधिकरण किया गया। इस वर्ष फसल विविधिकरण के तहत दो लाख एकड़ भूमि का लक्ष्य रखा गया हैं। उन्होंने बताया कि यह योजना पुरे प्रदेश में लागू की गई हैं। इस योजना के तहत किसानों को धान के स्थान पर वैकल्पिक फसलों कपास, मक्का, दलहन, मूंगफली, गवार, अरण्ड, सब्जियां व फल की बिजाई करनी होगी जिसके फलस्वरूप प्रति एकड़ 7 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि दो किस्तों में दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत जिन किसानों ने पिछले वर्ष अपने धान के क्षेत्र को वैकल्पिक फसलों द्वारा विविधिकरण किया था तथा चालू खरीफ सीजन में भी यदि वो उस क्षेत्र में वैकल्पिक फसलों की बिजाई करते हैं तो उन्हें भी प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस योजना के अंतर्गत जो किसान पिछले वर्ष धान बिजित क्षेत्र में चारे की फसल लेते है व अपने खेत को खाली रखते है उन्हें भी प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत सभी वैकल्पिक फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा खरीदा जाएगा। इस फसल विविधिकरण योजना के अंतर्गत सभी वैकल्पिक फसलों का बीमा भी विभाग द्वारा करवाया जाएगा जिसके प्रीमियम की अदायगी प्रोत्साहन राशि से की जाएगी।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने इस योजना को क्रियान्वित करने की जानकारी देते हुए बताया कि फसल विविधिकरण को बढ़ावा देने तथा तकनीकी जानकारी हेेतू किसानों को गांव स्तर पर कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा वैकल्पिक फसलें बिजाई करने हेतू पूर्ण जानाकारी दी जाएगी। कृषि विभाग व कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा किसानों को वैकल्पिक फसलों की आधुनिक तकनीक से बिजाई करने व अच्छी पैदावार लेने हेतू प्रदर्शन प्लॉट भी आयोजित किए जाएंगे। इस योजना का लाभ लेने हेतू इच्छुक किसानों को ’मेरा पानी मेरी विरासत’ पोर्टल पर 25 जून तक पंजीकरण करवाना होगा।